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अंतर्राष्ट्रीय वन दिवस : 21 मार्च

               अंतर्राष्ट्रीय वन दिवस प्रतिवर्ष 21 मार्च को मनाया जाता है, संयुक्त राष्ट्र महासभा ने इसकी स्थापना 28 नवंबर, 2012 को की थी। इस दिवस का मुख्य उद्देश्य पेड़ो तथा वनो के महत्त्व को जनसाधारण तक पहुँचाना है तथा भविष्य की पीढ़ी के लिए वनो के लाभों को सुनिश्चित करना है। इस दिवस पर अंतर्राष्ट्रीय, राष्ट्रीय तथा स्थानीय स्तर पर वनों के महत्व के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए कई प्रकार के कार्यकर्मो का आयोजन किया जाता है। वर्ष 2013 में पहली बार 21 मार्च के दिन अंतर्राष्ट्रीय वन दिवस मनाया गया था। इस वर्ष अंतर्राष्ट्रीय वन दिवस की थीम 'वन व शिक्षा' है। 

अंतर्राष्ट्रीय वन दिवस : 21 मार्च
अंतर्राष्ट्रीय वन दिवस : 21 मार्च 


               अंतर्राष्ट्रीय वन दिवस का प्रस्ताव यूरोपीय परिसंघ की 23 वीं महासभा में प्रस्तुत किया गया था। 21 मार्च को अंतर्राष्ट्रीय वन दिवस के रूप में चिह्नित करने के लिए चुना गया है क्योंकि यह दिवस उत्तरी गोलार्ध में वसंत और दक्षिणी गोलार्ध में शरद ऋतु का होता है। प्रतिवर्ष 13 मिलियन हेक्टेयर से ज्यादा वन नष्ट हो जाते हैं। बड़े पैमाने पर वनों की कटाई के कारण विश्व के कार्बन उत्सर्जन में वृद्धि होती है। कार्बन उत्सर्जन में वृद्धि हमारी पृथ्वी की ओजोन परत को हानि पहुँचाती है। 

पेड़ों व वनों के महत्व : जैसा कि हम सभी जानते है कि वन एवं पेड़-पौधे हमारे जीवन में बहुत महत्त्वपूर्ण है। यहाँ हम कुछ महत्वपूर्ण तथ्यों पर प्रकाश डालेंगे -
1. पृथ्वी पर उपस्थित सभी जीवित जीव-जन्तुओ को जीवित रहने के लिए अति आवश्यक प्राण वायु, ऑक्सीज़न हमे पेड़-पोधो से ही प्राप्त होती है। जिसका धरती पर कोई और प्राकृतिक माध्यम उपलब्ध नहीं है। 
2. पेड़-पोधो से हमे खाने के लिए अधिकांश रूप से सभी आवश्यक सामग्री प्राप्त हो जाती है जैसे - फल, सब्जिया आदि। 
3. हमे सभी रोगो से बचाने के लिए दवाईया भी हमे पेड़-पोधो और वनस्पतियो से ही प्राप्त होती है। 
4. वृक्षों से हमे ईंधन, फर्नीचर बनाने के लिए लकड़ी और भी कई प्रकार की वस्तुए प्राप्त होती है जिनका हम अपनी आवश्यकता के अनुसार उपयोग कर सकते है। 
5. वृक्षों का सबसे बड़ा महत्त्व पृथ्वी की ओजोन परत को सुरक्षित रखना है। क्योकि ओजोन, ऑक्सीज़न गैस का ही एक विशेष रूप है। पृथ्वी के वायुमंडल में उपस्थित यह परत सूर्य से आने वाली हानिकारक पराबैंगनी किरणों को हमे हानि पहुंचाने से रोकती है। 
ऊपर दिए गए कुछ विचारो में मनुष्य को जीवित रहने के लिए आवश्यक अधिकतर सभी चीज़े हमे पेड़-पोधो और वनस्पतियो से मिल जाती है जैसे- खाने के लिए फल, सब्जिया और अनाज ; जीवित रहने के लिए शुद्ध ऑक्सीज़न गैस और शेष बचा जल वो हमे प्रकृति ने उपहार स्वरूप दिया है। 

वनो के विनाश से मनुष्य को होने वाली हानिया :
१. यह बात अधिकांश सभी लोग जानते है कि यदि हम वृक्षों को यो ही बर्बाद करते रहे तो वो दिन दूर नहीं जब हमे जीवित रखने वाली प्राणवायु ऑक्सीज़न का अभाव हो जायेगा और पृथ्वी पर उपस्थित सभी जीव-जन्तुओ का विनाश हो जायेगा। 
२. ऑक्सीज़न के अभाव में हमारी पृथ्वी को सुरक्षित रखने वाली ओजोन परत नष्ट हो जाएगी और पृथ्वी पर उपस्थित प्रत्येक जीवित और अजीवित वस्तु सूर्य की गर्मी से जल कर नष्ट हो जाएगी। 
अंतर्राष्ट्रीय वन दिवस : 21 मार्च
अंतर्राष्ट्रीय वन दिवस : 21 मार्च 

सभी तथ्यों का विश्लेषण करने पर हम इस नतीजे पर पहुंच पाते है कि पेड़-पोधो के बिना मनुष्य जीवन की कल्पना भी नहीं की जा सकती है। इसलिए आप सभी से निवेदन है अधिक से अधिक वृक्षारोपण में मदद करे और वृक्षों की अनावश्यक कटाई करने से रोके। धन्यवाद 

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